ख़ैर, आज मैंने सोच में तो 'कोरोना मुक्त' दिन मना लिया। ख़ैर, आज मैंने सोच में तो 'कोरोना मुक्त' दिन मना लिया।
मैं दोबारा तुम्हारी कोख से जन्म लेकर इस दुनिया में आना चाहती हूं मां"। मैं दोबारा तुम्हारी कोख से जन्म लेकर इस दुनिया में आना चाहती हूं मां"।
नहीं उन्हे भी जीतने की उम्मीद होती ही है। मगर मुझसे जीत पाना उनके बस की बात नहीं है,ये वो जल्द ही जा... नहीं उन्हे भी जीतने की उम्मीद होती ही है। मगर मुझसे जीत पाना उनके बस की बात नहीं...
उसे जीतने की आदत थी। उसे लगता था कि खुशी केवल जीतने से मिलती है। उसे जीतने की आदत थी। उसे लगता था कि खुशी केवल जीतने से मिलती है।
केवल मन का जाग्रत होना काफ़ी है अपने आपको ज़िंदा रखने के लिए। केवल मन का जाग्रत होना काफ़ी है अपने आपको ज़िंदा रखने के लिए।
हाथ में पकड़ा हुआ टब अब उसे अब चुभता हुआ सा महसूस हो रहा था ! हाथ में पकड़ा हुआ टब अब उसे अब चुभता हुआ सा महसूस हो रहा था !